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 Punjab By-Poll: लुधियाना की जंग अब गिद्दरबाहा पहुंची, बिट्टू और राजा वारिंग के बीच जुबानी जंग तेज

Punjab By-Poll: पंजाब के लुधियाना लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग के बीच की लड़ाई अब गिद्दरबाहा उपचुनाव तक पहुंच चुकी है। गिद्दरबाहा में दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग अब चरम पर पहुंच चुकी है, जहां रवनीत बिट्टू अपने चुनावी अभियान को राजा वारिंग के खिलाफ केंद्रित कर रहे हैं। बिट्टू ने राजा वारिंग पर घोटालों का आरोप लगाया है, और उनके खिलाफ कड़ी बयानबाजी जारी रखी है।

गिद्दरबाहा में जीत के लिए हर संभव प्रयास

रवनीत बिट्टू, जो गिद्दरबाहा में बीजेपी उम्मीदवार मंप्रीत बादल के पक्ष में प्रचार करने आए हैं, ने चुनावी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। वह गिद्दरबाहा में राजा वारिंग के खिलाफ अपनी पूरी लड़ाई लड़ने का इरादा रखते हैं। बिट्टू ने यह भी साफ किया है कि वह लुधियाना में अपनी हार का बदला गिद्दरबाहा में राजा वारिंग से हारने के बाद लेना चाहते हैं। इसके लिए वह पूरी तरह से इस सीट पर अपने चुनाव प्रचार को केंद्रित कर चुके हैं।

 Punjab By-Poll: लुधियाना की जंग अब गिद्दरबाहा पहुंची, बिट्टू और राजा वारिंग के बीच जुबानी जंग तेज

राजा वारिंग पर आरोपों की बौछार

शनिवार को मुक्तसर में आयोजित एक चुनावी कार्यक्रम में रवनीत बिट्टू ने राजा वारिंग को “घोटालों का राजा” करार दिया। बिट्टू ने कहा कि राजा वारिंग की पूरी राजनीति भ्रष्टाचार और घोटालों से भरी हुई है। इसके जवाब में राजा वारिंग ने बिट्टू को ‘पराजित केंद्रीय मंत्री’ बताते हुए पलटवार किया। उन्होंने बिट्टू के उस बयान पर भी हमला किया जिसमें उन्होंने किसानों की संपत्ति की जांच की बात की थी।

राजा वारिंग ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा कि यह अजीब है कि बिट्टू अब बीजेपी के पक्ष में खड़े होकर किसानों को तालिबान कहने लगे हैं, जबकि वह पहले बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी करते थे। उन्होंने यह भी कहा कि बिट्टू केवल अपने पद की लालच में ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि वह बीजेपी हाईकमान को खुश कर सकें।

महिला विरोधी टिप्पणियों पर हंगामा

हाल ही में राजा वारिंग के करीबी सहयोगी अमृता वडिंग ने मजाक करते हुए कहा था कि उनकी पत्नी सुबह सूरखी बिंदी लगाकर घर से बाहर जाती हैं और रात 11 बजे वापस आती हैं। बिट्टू ने इस बयान पर टिप्पणी करते हुए इसे महिला विरोधी बयान करार दिया। बिट्टू के इस आरोप के बाद अमृता वडिंग ने तुरंत इस पर प्रतिक्रिया दी, और इसके बाद राजा वडिंग ने भी बिट्टू के बयान पर अपनी नाराजगी जताई।

राजा वडिंग ने कहा कि बिट्टू का महिलाओं के प्रति नजरिया बहुत गलत है, और उन्होंने बिट्टू के बारे में कहा कि अगर उनके विचारों का प्रभाव उनकी मां, बहन या पत्नी पर होता, तो उन्हें कैसा महसूस होता। राजा वडिंग ने यह भी कहा कि अगर वह दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलते हैं तो वह बिट्टू के खिलाफ शिकायत करेंगे, और प्रधानमंत्री से पूछेंगे कि उन्होंने ऐसे व्यक्ति को केंद्रीय मंत्री क्यों बना दिया।

गिद्दरबाहा में लोकल मुद्दों पर आरोप-प्रत्यारोप

गिद्दरबाहा उपचुनाव के प्रचार में रवनीत बिट्टू और राजा वारिंग के बीच जुबानी तकरार केवल राष्ट्रीय और प्रदेशीय मुद्दों तक सीमित नहीं रही, बल्कि दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को अपनी-अपनी चुनावी क्षेत्रीय समस्याओं के लिए भी जिम्मेदार ठहराया। बिट्टू ने जहां गिद्दरबाहा में राजा वारिंग को विकास कार्यों के विफल होने के लिए जिम्मेदार ठहराया, वहीं राजा वारिंग ने बिट्टू की आलोचना करते हुए कहा कि वह गिद्दरबाहा की समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए झूठ बोल रहे हैं।

राजा वारिंग का पलटवार: ‘बिट्टू की राजनीति केवल छलावा’

राजा वारिंग ने बिट्टू पर आरोप लगाया कि वह गिद्दरबाहा के लोगों को गुमराह करने के लिए झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिट्टू की राजनीति केवल छलावा है और वह जनता के बीच अपनी छवि बनाने के लिए कभी-कभी किसी भी हद तक गिर सकते हैं।

राजा वारिंग ने अपने समर्थकों से अपील की कि वह बिट्टू की चालों से सावधान रहें और गिद्दरबाहा में उनके विकास कार्यों को देख कर वोट करें।

उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की चुनौती

गिद्दरबाहा उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए यह एक महत्वपूर्ण मुकाबला साबित हो सकता है। बीजेपी ने मंप्रीत बादल को उम्मीदवार बनाया है, और उनका पूरा प्रचार अभियान बिट्टू के नेतृत्व में राजा वारिंग के खिलाफ केंद्रित है। वहीं कांग्रेस ने राजा वारिंग को इस मुकाबले में अपना चेहरा बना रखा है और वह गिद्दरबाहा के विकास कार्यों को प्रमुखता से उठा रहे हैं।

अंत में: जुबानी जंग का चुनावी असर

गिद्दरबाहा में चल रही जुबानी जंग न केवल पंजाब की राजनीति को गरमा रही है, बल्कि दोनों प्रमुख दलों की स्थिति को भी चुनौती दे रही है। इस बीच, चुनावी प्रचार में इन नेताओं के तीखे बयान और आरोप-प्रत्यारोप निश्चित रूप से गिद्दरबाहा की जनता पर गहरा असर डालने वाले हैं। आगामी दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि गिद्दरबाहा में विकास कार्यों और जुबानी जंग के बीच आखिर कौन जीतता है।

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